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भ्रष्टाचार के खिलाफ भारत समर्थक

अन्ना व रामदेव ने किया साझा लड़ाई का एलान

हरिद्वार। अन्ना हजारे और बाबा रामदेव ने भ्रष्टाचार व कालेधन के मुद्दों पर साझा लड़ाई का ऐलान किया है। दोनों ने अप्रैल से पूरे देश में आंदोलनों की शुरुआत करने की घोषणा की, जो मानसून सत्र तक चलेंगे। उन्होंने कहा कि अब इंतजार नहीं, आरपार की लड़ाई होगी। या तो सरकार उनकी बात मानेगी या फिर सरकार को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।

बाबा रामदेव ने कहा कि हमारे एक साथ आने से केंद्र सरकार डर गई है और उन पर नजर रख रही है। मंगलवार को प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे ने हरिद्वार में बाबा रामदेव के साथ मंच साझा करते हुए देश हित से जुड़े मुद्दों पर एकजुट लड़ाई का ऐलान किया। पतंजलि फेस-2 में देशभर से जुटी करीब आठ हजार महिला योग साधकों की मौजूदगी में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों व आततायियों से देश को छुटकारा दिलाने के लिए दोनों मिलकर आंदोलन करेंगे। इस लंबी लड़ाई में 8-10 साल का वक्त भी लग सकता है।

अन्ना ने कहा कि सरकार इतने झूठ बोल चुकी है कि अब उस पर विश्वास करना बेमानी है। उन्होंने भ्रष्ट व्यवस्था को उखाड़ फेंकने के लिए आम जनता से निजी स्वार्थ भूलकर आगे आने का आह्वान किया। योगगुरु बाबा रामदेव ने भी अन्ना हजारे का साथ मिलने पर हुंकार भरते हुए कहा कि अगले तीन-चार महीने में आंदोलनों के इतने चरण सामने आएंगे कि सरकार के लिए यह तय करना मुश्किल हो जाएगा कि इनसे कैसे निपटा जाए।

जरा याद करो कुर्बानी

अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों से सड़कों पर उतरने का आह्वान किया और भ्रष्टाचार की लड़ाई में जान देने वालों की याद में 25 मार्च को बड़ी संख्या में जंतर-मंतर पहुंचने को कहा। टीम अन्ना ने पतंजलि व आसपास के क्षेत्रों में पर्चे भी वितरित कराए। पर्चे में खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई के दौरान मध्य प्रदेश में मारे गए आइपीएस अफसर नरेंद्र कुमार की शहादत का जिक्र है। साथ ही, यह सवाल भी किया कि 'भ्रष्टाचार जिंदा है, लोगों का कत्ल हो रहा है। क्या हम कुछ कर सकते हैं?' पिछले कुछ सालों में देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में 25 से ज्यादा लोग शहीद हो गए।

केजरीवाल बयान पर कायम

हरिद्वार। संसद की अवमानना के नोटिस के बाद भी अरविंद केजरीवाल अपने बयान पर कायम हैं। उनका कहना है कि वे नोटिस का जबाव देंगे। आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि संसद में ऐसे लोग बैठे हैं जिन पर हत्या, धोखाधड़ी, हत्या के प्रयास, अपहरण जैसे कई मामले चल रहे हैं। भ्रष्टाचारी कैसे देश के नेता हो सकते हैं?

उपवास में नहीं होंगे रामदेव

अन्ना हजारे व रामदेव ने साझा मंच तो बना दिया, लेकिन 25 मार्च को दिल्ली में अन्ना के एक दिवसीय उपवास में बाबा रामदेव शामिल नहीं होंगे। हालांकि उनके समर्थक उपवास में शामिल होंगे। रामदेव ने अपने समर्थकों से जंतर-मंतर पहुंचने की अपील की। अन्ना का कहना है कि बाबा रामदेव का पहले से ही कार्यक्रम तय था, इसलिए वे नहीं आ पाएंगे।
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